मैं चाहे ये करूं! मैं चाहे वो करूं!! मेरी मर्ज़ी!!!
‘ गोबलिन मोड ‘ कुछ इसी तरह के मिजाज के लोगों को पोट्रे करता हुआ एक ऐसा ही शब्द है , जिसका प्रयोग अभी अभी ही शुरू हुआ है। बिल्कुल ही नया शब्द है यह, जो प्रयोग में आया है या यूं कहें लाया जा रहा है। इस तरह के अपनी मर्ज़ी के मालिक होते हैं। दुनिया उनके बारे में क्या सोचती है उसमें उन्हें कोई दिलचस्पी नहीं। दुनिया से बिल्कुल बेखबर। अपने ही ढंग से जीनेवाले गन्दे- सन्दे, सुखवादी लोग।
सन् 2022 में ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी ने जिन तीन शब्दों को जनता के वोटों के आधार पर अपने में शामिल किया , उसमें जो शब्द, सबसे ज्यादा वोट पाकर लोगों की पहली पसंद बना वो ‘ गोबलिन मोड ‘ ही था। लगभग 93% लोगों ने इस शब्द को पसंद किया। क्यों नहीं पसंद करें इसे।आखिरकार अल्हड़ और मस्त ज़िन्दगी किसे पसंद नहीं होती। समाज के आशाओं के विपरित चलना और अपनी इमेज खुद बनाना बहुत लोग पसन्द करते हैं।
मनीश वर्मा ‘मनु’