कछुए की बात!
पुनः कछुआ ही जीता । बचपन की कहानी फिर से दुहराई गई। पर! इस मर्तबा उसने खरगोश को नहीं, शेर को चित किया। और वह भी एक नही पूरे तीन। उन्हें मात दी! कछुए और खरगोश की कहानी तो हमने बचपन में सुनी थी। सच्चाई क्या थी न मालूम है न कभी जानने की कोशिश […]